महाराष्ट्र : भूस्खल से 22 लोगों की मौत, 86 ग्रामीण अब भी लापता
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में खोज और बचाव अभियान शनिवार को तीसरे दिन फिर से शुरू हो गया। यहां भारी भूस्खलन की वजह कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 86 ग्रामीणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मुंबई से लगभग 80 किमी दूर स्थित खालापुर तहसील के अंतर्गत एक पहाड़ी ढलान पर स्थित आदिवासी गांव में बुधवार रात को भूस्खलन हुआ था। वहीं, महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के यवतमाल में लगातार बारिश के कारण गंभीर जलजमाव हो गया है। क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण यवतमाल में घर और सड़कें पानी में डूब गईं हैं।
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में खोज और बचाव अभियान शनिवार को तीसरे दिन फिर से शुरू हो गया। यहां भारी भूस्खलन की वजह कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 86 ग्रामीणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मुंबई से लगभग 80 किमी दूर स्थित खालापुर तहसील के अंतर्गत एक पहाड़ी ढलान पर स्थित आदिवासी गांव में बुधवार रात को भूस्खलन हुआ था। वहीं, महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के यवतमाल में लगातार बारिश के कारण गंभीर जलजमाव हो गया है। क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण यवतमाल में घर और सड़कें पानी में डूब गईं हैं।
रायगढ़ जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के अनुसार, गांव के 229 निवासियों में से 22 की मृत्यु हो गई, 10 घायल हैं और 111 सुरक्षित हैं जबकि 86 लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि, बताया जा रहा है कि उनमें से कुछ लोग एक शादी में शामिल होने के लिए गांव से बाहर गए थे, जबकि कुछ घटना के समय धान की रोपाई के काम से बाहर थे।
शुक्रवार को जिन छह पीड़ितों के शव निकाले गए उनमें से तीन पुरुष और तीन महिलाएं थीं। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में चार बच्चे शामिल हैं, जिनकी उम्र छह महीने से चार साल के बीच है। उन्होंने बताया कि इस घटना में मरने वाले एक परिवार के नौ सदस्यों में एक तीन साल का लड़का और उसकी छह महीने की बहन भी शामिल है।
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