"CM केजरीवाल के आदेश के बाद आरोपी अधिकारी सस्पेंड", गिरफ्तारी के लिए घर पहुंची पुलिस टीम !!
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी पर अपने दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगा है। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल के आदेश पर आरोपी को सस्पेंड कर दिया गया है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने मृत दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ कई महीनों तक कथित तौर पर दुष्कर्म करने वाले आरोपी को सस्पेंड करने का आदेश दिया है। साथ ही मुख्य सचिव से आज शाम 5 बजे तक रिपोर्ट मांगी है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, यह मामला वर्ष 2020-21 का है। मामले में बुराड़ी पुलिस ने 13 अगस्त को आईपीसी की कई धाराओं और पॉक्सो एक्ट के तहत आरोपी डिप्टी डायरेक्टर के खिलाफ पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की थी।
मामले को लेकर आप मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 'यह एक भयानक घटना है। इस घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। अब तक कार्रवाई हो जानी चाहिए थी। कार्रवाई नहीं होने पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुद अधिकारी को निलंबित करने का आदेश दिया है।'
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि 'दिल्ली में महिला एवं बाल विकास विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर बैठे सरकारी अफसर पर बच्ची से यौन शोषण का गंभीर आरोप लगा है। जब वह गर्भवती हो गई तो उसने और उसकी पत्नी ने गर्भपात कराने की कोशिश की। पुलिस ने अभी तक उसको आरेस्ट नहीं किया है। दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर रहे हैं, क्योंकि हम जानना चाहते हैं कि उसके खिलाफ क्या शिकायतें हैं और उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है। जिसका बेटियों की सुरक्षा करना था, वही भक्षक बन जाए तो लड़कियां कहां जाएं, जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए।'
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के मुताबिक, पिता की मृत्यु के वह अक्टूबर 2020 से बुराड़ी में अपने पिता के दोस्त के साथ रहती थी। वह फरवरी 2021 तक उसके साथ रही। पीड़िता के अनुसार, उसके पिता के दोस्त ने 2020-21 के बीच कई महीनों तक उसका यौन उत्पीड़न, शारीरिक उत्पीड़न और बार-बार दुष्कर्म किया।
पुलिस ने बताया कि लड़की को घबराहट होने लगी और एक सप्ताह पहले उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। व्यापक मनोवैज्ञानिक परामर्श के बाद उसने डॉक्टरों, परामर्शदाताओं और पुलिस अधिकारियों के सामने खुलकर बात की और खुलासा किया कि आरोपी ने उसका यौन उत्पीड़न किया था। पुलिस ने कहा कि नाबालिग ने खुलासा किया कि वह गर्भवती हो गई थी और आरोपी की पत्नी ने उसे गर्भपात कराने के लिए मजबूर किया था। नाबालिग की मेडिकल जांच कराई गई है। साथ ही मामले की चांज चल रही है।
उत्तरी जिला डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि बुराड़ी थाने में मामला दर्ज किया गया था। नाबालिग लड़की के पिता की मौत अक्टूबर 2020 में हो गई थी। बाद में लड़की को उसके मृत पिता के दोस्त के आवास पर भेज दिया गया, जो अब मामले में आरोपी (दिल्ली सरकार का अधिकारी) है।
उन्होंने बताया कि नवंबर-दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 में उसके स्थानीय अभिभावक (दिल्ली सरकार के अधिकारी) ने उसके साथ दुष्कर्म किया। जब उसने यह बात आरोपी की पत्नी को बताई तो महिला ने उसे धमकाया और उसका गर्भपात भी करा दिया। इसके चलते लड़की तनाव और दबाव में रही। घटना के बाद उसे पैनिक अटैक का भी सामना करना पड़ा और उसके इलाज के दौरान ये बात सामने आई। डॉक्टरों ने बताया कि लड़की बयान देने के लिए फिट नहीं है। लड़की का बयान दर्ज करने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
What's Your Reaction?